New Delhi: मुंबई के घाटकोपर में 28 जून को एक चार्टर्ड प्लेन क्रैश हुआ। जिसमें सवार चार लोगों के साथ एक अन्य की भी मौत हुई है। जानकारों की मानें तो, उनका कहना है कि, मुंबई के घाटकोपर में जो प्लेन क्रैश हुआ अगर वो क्रैश होने से पहले सिर्फ 4 से 5 मिनट तक और उड़ पाता तो शायद ये घटना नहीं होती और पांचों लोग जिंदा होते।
जानकारी के मुताबिक, जब प्लेन क्रैश हुआ तो वो लैंडिग से सिर्फ 7 मील की दूरी पर था। कहा जा रहा है कि, लैंडिग से पहले तकनीकी खराबी या खऱाब मौसम की वजह से विमान का संपर्क टूट गया जिसके कारण पायलट रास्ता भटक गया था। क्रैश हुआ प्लेन जुहू एयरोड्रोम से 12.20 पर उड़ा था, जिसके बाद मुंबई के घाटकोपर में 1.11 बजे एक निर्माणाधीन बिल्डिंग से क्रैश होने की खबर आई।
इस दौरन प्लेन जुहू एयरोड्रोम से चार मील दूर था, ये वही जगह है जहां से प्लेन ने उड़ान भरी थी। आधिकारियों का कहना है कि, जब प्लेन रनवे से दो मील दूर था, तभी मुंबई एअरपोर्ट के कंट्रोल रूम से जुहू एअरपोर्ट के कंट्रोल रूम ने संपर्क किया। बता दें कि, भौगोलिक परिस्थितियों के कारण जुहू के लिए उड़ान भरने वाले प्लेन मुंबई में भी लैंड करने वाले रास्ते के जरिए जा सकते है।
जानकारी के मुताबिक, जब प्लेन 400 फीट की ऊंचाई पर था तभी उसका कंट्रोल रूम से संपर्क टूट गया, जिसके बारे में मुंबई एअरपोर्ट के कंट्रोल रूम में कोई जानकारी नहीं दी गई। हालांकि, प्लेन के रास्ता भटकने की जानकारी लगते ही मुंबई एटीसी ने जुहू एटीसी से संपर्क किया।
मुंबई कंट्रोल रूम की जानकारी के मुताबिक, क्रैश होने से पहले प्लेन मुंबई में दक्षिण की तरफ मुड़ा था, इससे पहले प्लेन समुद्र तल से 80 मील की उंचाई पर महाराष्ट्र-गुजरात के बॉर्डर दमन की तरफ उड़ा था। क्रैश होने से पहले तक प्लेन को उड़ते हुए देखा गया था। दूसरी तरफ उनका ये भी कहना है कि, क्रैश होने तक उनके पास प्लेन में किसी भी खराबी की जानकारी नहीं दी गई थी।
वहीं, इस घटना पर दुख जताते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, जहां पर प्लेन क्रैश हुआ अगर वहां वो निर्माणाधीन बिल्डिंग नहीं होती तो शायद ये हादसा होने से टल सकता था।