नीम की पूजा करने से जिस तरह सौभाग्य बदल जाता है इसी तरह नीम की पत्तियों के सेवन से आप कई रोगों से भी छुटकारा पा सकते हैं। बस जरूर है कि इसके उपाय आपको पता होने चाहिए।
– जले हुए जगह पर नीम का तेल या पत्तियों को पीसकर लगाने से आराम मिलता है। नीम की पत्तियों और तेल में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं इसलिए कटे हुई जगह पर नीम का तेल लगाने से टिटनेस का डर नहीं रहता।
– अगर आप फोड़े और फुंसियों की समस्या से बचना चाहते हैं तो नीम के पत्ते, छाल और फलों के को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें। अब इसका पेस्ट त्वचा पर लगाएं।
– पीलिया में नीम का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। पित्ताशय से आंत में पहुंचने वाले पित्त में रुकावट आने से पीलिया होता है। ऐसे में रोगी को नीम के पत्तों के रस में सोंठ का चूर्ण मिलाकर देना चाहिए या फिर दो भाग नीम की पत्ती का रस और एक भाग शहद मिलाकर पीने से पीलिया रोग में काफी फायदा होता
– पथरी की समस्या से बचने के लिए लगभग 150 ग्राम नीम की पत्तियों को 1 लीटर पानी में पीसकर उबाल लें। इस पानी को सामान्य होने पर पीलें। नियमित रूप से ऐसा करने से पथरी में आराम मिलता है। पथरी से आराम से निकल जाती है।
– कान में नीम का तेल डालने से कान दर्द या बहने की समस्या में आराम मिल जाता है। नीम का तेल गर्म करके जला लें फिर इसे थोड़ा ठंडा करके कान में कुछ दिन तक नियमित रूप से डालने से बहरेपन में भी आराम मिलता है
– गठिया या आर्थराइटिस के इलाज में नीम काफी प्रचलित हर्बल है,खासतौर से ऑस्टियोआर्थराइटिस और रयूमेटाइड आर्थराइटिस में। इससे जोड़ों की सूजन और दर्द से राहत मिल सकती है।