गुरुग्राम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से एक बड़े प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने वाले हैं। पीएम मोदी आज थोड़ी ही देर में हरियाणा के लोगों को तीन परियोजनाएं समर्पित करेंगे। आज पीएम कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे और मुजेसर से बल्लभगढ़ तक मेट्रो लाइन का उद्घाटन करने वाले हैं।
15 सालों बाद हो रहा पूरा
इन परियोजनाओं से फरीदाबाद और दिल्ली के लोगों की यात्रा काफी सुविधाजनक होने वाली है। बता दें कि, पिछले 15 सालों से इस मौके का इंतजार किया था। साथ ही आज देश के पहले श्री विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय का भी शिलान्यास करने वाले हैं। ये विश्वविद्यालय पलवल जिले के दुधोला गांव में बनेगा।
कई राज्यों को होगा फायदा
कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे के चालू होने से न केवल हरियाणा को लाभ मिलेगा, बल्कि राजस्थान, यूपी और कुछ हद तक दिल्ली के लोगों को भी इसका फादया मिलने वाला है।
580 करोड़ की लागत
जानकारी के मुताबिक, इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी गुरुग्राम के सुल्तानपुर गांव में एक बड़ी रैली में केएमपी के साथ ही फरीदाबाद के मुजेसर से बल्लभगढ़ तक 3.02 किलोमीटर लंबे मेट्रो रेल लिंक का भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन करेंगे। इस मार्ग को 580 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है।
मेट्रो का भी करेंगे उद्घाटन
उधर, बल्लभगढ़ मेट्रो के उद्घाटन के लिए मंच तैयार है। पीएम मोदी मेट्रो का उद्घाटन गुरुग्राम से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए करेंगे। इस दौरान उद्घाटन की औपचारिकता बल्लभगढ़ मेट्रो स्टेशन पर भी निभाई जाएगी। इस कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने वाले हैं। उनके साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर भी आए हुए हैं।
गौरतलब है कि, ये प्रोजेक्ट पिछले 15 साल से लटका हुआ था। इसके पीछे भूमि अधिग्रहण और मुआवजे जैसे मुद्दे को कारण माना जा रहा है। इस एक्प्रेसवे का 53 किलोमीटर हिस्सा पहले से ही चालू है, लेकिन सोमवार को पूरी सड़क का उद्घाटन होने के बाद कुल 136 किलोमीटर लंबे रूट पर ट्रैफिक शुरू हो जाएगा।
2009 में ही होना था पूरा
– 2003, दिल्ली वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का प्रस्ताव
-2005, प्रोजेक्ट का काम केएमपी एक्स्प्रेसवे लिमिटेड को दिया गया। शुरूआती बजट 1915 करोड़ रुपए थी।
-2005, एचएसआईआईडीसी और केएमपी एक्सप्रेसवे के बीच समझौते के मुताबिक प्रोजेक्ट 2009 में पूरा करने का समय तय किया।
-जून 2012, हरियाणा सरकार, दिल्ली सरकार और प्रोजेक्ट निर्माण कंपनी के बीच एक बैठक हुई। जिसमें एक्सप्रेसवे का काम मई 2013 तक पूरा करने पर बनी सहमति।
-2012, निर्माण में देरी के कारण एचएसआईआईडीसी ने कंस्ट्रक्शन कंपनी पर लगाया जुर्माना।
-केएमपी एक्सप्रेसवे लिमिटेड के कर्जदार बैंक आईडीबीआई ने कंपनी को काम में ढिलाई और गड़बड़ी का नोटिस जारी।
-मामले में केएमपी कंस्ट्रकशन्स को दोषी माना गया। टरमिनेशन पेमेंट के रूप में केएमपी को 1300 करोड़ रुपए मिले।
– 2014 में प्रोजेक्ट फिर से शुरू, 4 से 6 लेन बनाने का लिया गया फैसला।
-5 अप्रैल 2016, को मनेसर और पलवल के बीच 53 किलोमीटर लंबे रूट चालू कर दिया गया।
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