बेंगलुरुः जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी के सिर कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री का ताज सज गया है। बुधवार को उन्होंने राज्य के 24वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ गर्हण की। वहीं, कांग्रेस के जी परमेश्वर ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। बता दें कि, कुमारस्वामी दूसरी बार राज्य के बतौर मुख्यमंत्री बने है। हालांकि, पहली उनके सिर पर ये ताज बीजेपी के जरिए सजी थी।
कौन हैं कुमारस्वामी?
– कुमारस्वामी भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के बेटे हैं।
– अगर शिक्षा की बात करें कुमारस्वामी बैंगलूरु के लेशनल कॉलेज से स्नातक है।
– लोग इन्हें कुमारन्ना और एचडीके के नाम से भी बुलाते हैं।
– साल 1996 में कनकपुरा से लोकसभा चुनाव लड़ने और जीत दर्ज करने से पहली बार कुमारस्वामी का राजनीति में प्रवेश हुआ।
– राजनीति के अलावा कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में प्रड्यूसर और डिस्ट्रिब्यूटर का काम भी कर चुके हैं।
– कुमारस्वामी इससे पहले 2006 से 2007 के बीच भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
– पिछली बार बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाकर मुख्यमंत्री बने थे कुमारस्वामी।
– 2007 में बीजेपी से मतभेद के चलते, उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
– कुमारस्वामी इस बार रामानगरम सीट से विधायक बने हैं, इससे पहले भी इसी सीट से दो बार जीत चुके हैं।
– ये जेडी (एस) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष भी हैं।
– कुमारस्वामी रामनगरम और चन्नपटना दो विधानसभा सीटों से चुनाव जीते हैं। हालांकि, उन्हें एक सीट से इस्तीफा देना पड़ोगा।
– इनके पास 43 करोड़ 91 लाख रुपये की संपत्ति है।
– कुमारस्वामी ने दो शादियां की है, उनकी पहली पत्नी का नाम अनीता है, जिनसे उनका बेटा है निखिल गौड़ा, निखिल कन्नड़ फिल्म स्टार हैं।
– कुमारस्वामी ने 2006 में अपने से 29 साल छोटी, कन्नड़ एक्ट्रेस राधिका से दूसरी शादी की।
कौन हैं जी परमेश्वर?
– परमेश्वर कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष हैं।
– साल 2015-17 तक कर्नाटक सरकार में गृह मंत्री भी रहें थे।
– परमेश्वर कांग्रेस का दलित चेहरा माने जाते हैं।
– उनको राजनीति में आने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने प्रेरित किया था।
– सन 1989 में जी परमेश्वर के पिता के शिक्षा संस्थान श्री सिद्धार्थ मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन होना था।
– परमेश्वर शिक्षा मंत्री एसएम याहया और श्री सिद्धार्थ एजुकेशन सोसायटी के तत्कालीन अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी से मिले।
– वे उन्हें उद्घाटन समारोह में आमंत्रित करने के लिए गए थे। इसी सिलसिले में परमेश्वर जब तीसरी बार राजीव गांधी से मिले तो उन्होंने परमेश्वर से कहा कि उन्हें राजनीति में आना चाहिए।
– इसके बाद एमएम याहया उन्हें तत्कालीन कांग्रेस महासचिव मोहसिना किदवई के पास ले गए।
– और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस का ज्वाइंट सेक्रेटरी बनने से उनके राजनीतिक जीवन की शुरूआत हुई।