एक तरफ जहां योगी सरकार सूबे से बदमाशों का सफाया कर रही है, वही सूबे की पुलिस राज्य को शर्मसार कर रही है। झांसी में एक हिस्ट्रीशीटर और पुलिस अधिकारी के बीच की बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर लीक हुआ है। जो योगी सरकार के लिए कई सवाल खड़े कर रहा है।
इस ऑडियों में ये बात साफ हो रही है कि, खाकी और गुंडों के बीच साठगांठ का रिश्ता काफी गहरा है। इस ऑडियो में झांसी के मऊरानीपुर थाने के प्रभारी सुनीत कुमार और पूर्व ब्लॉक प्रमुख लेखराज के बीच बातचीत हो रही है।
पुलिस अधिकारी हिस्ट्रीशीटर से कहता है कि, सरेंडर न करने की सूरत में एनकाउंटर कर दिया जाएगा। जिसपर हिस्ट्रीशीटर पुलिस अधिकारी से मदद मांगता है। इस पर पुलिस अधिकारी उसे BJP के जिलाध्यक्ष संजय दुबे और बबीना के BJP विधायक राजीव सिंह परीक्षा को मैनेज करने की सलाह दे देते हैं।
इस आडियो पर संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि कोतवाल को फौरी तौर पर निलंबित कर दिया गया है। इसके बाद उसके खिलाफ विभागीय या न्यायिक जांच शुरू करने की सिफारिश की जा सकती है।