कई बार घर में कोई सदस्य हमेशा किसी न किसी कारण बीमार रहता है। जिस पर किसी भी तरह के इलाज का कोई सफल परिणाम भी नहीं देखा जाता। ऐसे में ये भी हो सकता है वो किसी बुरी नजर के कारण इस परेशानी में पड़े हुए है। जिसके लिए ज्योतिष का सहारा लेना मददगार हो सकता है।
आज हम आपको ऐसे लोगों के बारे में बताएंगे जो अक्सर बुरी नजर के कारण परेशान रहते हैं। जिसके लक्षण उनकी कुंडली में भी होते हैं। साथ ही जानें इससे बचने के उपाय।
इन्हें बहुत जल्दी लगती है बुरी नजर-
– कुंडली के लग्न यानी प्रथम भाव में राहु-चंद्र का होना।
– कुंडली में चंद्र पाप ग्रह से पीड़ित होना।
– शनि का सप्तम भाव में होना।
– शनि और राहु लग्न यानी प्रथम भाव में हो तो व्यक्ति को बुरी शक्तियां सताती हैं।
– लग्न भाव के स्वामी या चंद्र के साथ राहु लग्न भाव में हो तो अशुभ योग बनता है।
– कुंडली के दशम भाव का स्वामी ग्रह अष्टम भाव में या एकादश भाव में हो और संबंधित भाव के स्वामी पर नजर भी हो तो बुरी शक्तियां परेशान करती रहती है।
– अगर किसी व्यक्ति की कुंडली के पहले भाव में चंद्र के साथ राहु हो, पंचम और नवम भाव में क्रूर ग्रह स्थित हो तो ये भी अशुभ योग बने रहते है।
– कुंडली में शनि, राहु, केतु या मंगल में से कोई भी ग्रह का सप्तम भाव में होना।
– कुंडली में शनि-मंगल-राहु की युति का होना।